सुमेरपुर नगर के सामाजिक संगठन युवा एकता मंच ने 23 जनवरी 2025 को स्वतंत्रता सेनानी सुभाषचंद्र बोस की जयंती के अवसर पर अपना पहला स्थापना दिवस मनाया। संगठन की स्थापना 23 जनवरी 2024 को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर उनके आदर्शों से प्रेरित होकर की गई थी।
संगठन के कार्य और उपलब्धियां (2024-2025)
युवा एकता मंच ने एक वर्ष के भीतर कई उल्लेखनीय कार्य किए:
1. पर्यावरण संरक्षण:
जालोर चौराहे से गांधी मूर्ति और राजगुरु सर्कल से कृषि मंडी तक के डिवाइडर में 700 बड़े पेड़ लगाए और उनकी नियमित देखभाल की।
2. सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम:
नवरात्रि के दौरान सुमेरपुर और शिवगंज में "सारंग गरबा महोत्सव" आयोजित किया, जिसमें 8,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
3. शैक्षिक और सामाजिक विकास:
नगर में शिक्षा और सामाजिक समरसता के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए।
सुभाषचंद्र बोस का सर्कल बनाने की मांग
मंच के सचिव विशाल बोराणा ने बताया कि सुमेरपुर नगर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम का कोई सर्कल मौजूद नहीं है।
8 साल पहले नगरपालिका रोड पर नेताजी का एक सर्कल था, जिसे सुमेरपुर कृषि मंडी गौरव पथ के निर्माण के दौरान हटा दिया गया था।
प्रशासन ने उस समय सभी सर्कल को दोबारा बनाने का वादा किया था, लेकिन अब तक इसे नहीं बनाया गया।
इसलिए, युवा एकता मंच ने अस्थाई रूप से उसी स्थान पर एक सर्कल बनाकर सुभाषचंद्र बोस की जयंती मनाई।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण
1. नेताजी के योगदान पर प्रकाश:
वकील मंडल सचिव महिपाल सिंह राजपुरोहित ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जीवन और उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज हम आजाद भारत में जो जीवन जी रहे हैं, वह नेताजी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष का परिणाम है।
2. ज्ञापन सौंपा गया:
कार्यक्रम के बाद कार्यकर्ताओं ने अधिवक्ता के नेतृत्व में नगरपालिका के कार्यकारी अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें नेताजी के नाम का सर्कल जल्द से जल्द बनाने की मांग की गई।
कार्यक्रम में उपस्थित सदस्य
इस अवसर पर अरुण देवड़ा, प्रकाश देवड़ा, कृष्णपाल सिंह राठौड़, नरेश कुमावत, मनीषा परिहार, फैंसी कुमारी, खुश्बू बोराणा, कोमल ब्राह्मण, वर्षा परिहार, हेमलता सोलंकी, रक्षा गहलोत सहित अन्य कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
संदेश
कार्यक्रम ने सुमेरपुर नगर में सामाजिक जागरूकता और सुभाषचंद्र बोस जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी के प्रति सम्मान व्यक्त करने का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया। युवाओं का यह प्रयास नगर में नई सकारात्मक दिशा देने में सहायक साबित हो सकता है।