Reporting by Lalit Parihar
सुमेरपुर उपखंड के सलोदरिया ग्राम पंचायत क्षेत्र स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को एक गंभीर घटना हुई। प्रार्थना सभा के दौरान विद्यालय के व्याख्याता नारायण लाल सोलंकी ने शारीरिक शिक्षक के साथ गाली-गलौज करते हुए उन पर कुर्सी और ईंट से हमला कर दिया।
घायल शिक्षक की स्थिति:
हमले में शारीरिक शिक्षक को सिर और नाक पर गंभीर चोटें आईं, जिससे खून बहने लगा। अन्य शिक्षकों ने बीच-बचाव कर किसी तरह घायल शिक्षक को छुड़ाया। इसके बाद घायल शिक्षक ने सुमेरपुर सदर थाने पहुंचकर व्याख्याता नारायण लाल सोलंकी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
व्याख्याता का विवादित इतिहास:
सूत्रों के अनुसार, व्याख्याता नारायण लाल सोलंकी का राजनीतिक रसूखात है और वह पहले भी विद्यालय में शिक्षकों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग और झगड़ा करने के लिए बदनाम रहे हैं। बीसलपुर, कोलीवाड़ा सहित अन्य विद्यालयों में भी उनके खिलाफ इसी प्रकार की शिकायतें आ चुकी हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी धन्नाराम ने प्राथमिक कार्रवाई करते हुए व्याख्याता नारायण लाल सोलंकी का मुख्यालय बदल दिया। हालांकि, ग्रामीणों का आक्रोश थमा नहीं है।
ग्रामीणों का विरोध और विद्यालय की तालाबंदी:
घटना के दूसरे दिन, गुरुवार सुबह से ही ग्रामीणों ने विद्यालय की तालाबंदी कर दी। उन्होंने विद्यालय के बाहर जाजम बिछाकर धरना शुरू कर दिया और मांग की कि व्याख्याता नारायण लाल सोलंकी को इस ब्लॉक से बाहर स्थानांतरित किया जाए।
शिक्षा विभाग की भूमिका:
शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। वे ग्रामीणों को शांत कराने और समझाइश देने की कोशिश की।
निष्कर्ष:
यह घटना शिक्षा संस्थानों में अनुशासनहीनता और दबंगई का गंभीर उदाहरण है। शिक्षकों के बीच इस तरह के विवाद न केवल शिक्षकों की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं बल्कि छात्रों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएँ न दोहराई जाएँ।