सुमेरपुर के पुराना पाली बस स्टैंड के पास 28 फरवरी की रात व्यापारी बलवंत सिंह पर हुए जानलेवा हमले के तीसरे दिन सोमवार को हिंदू सर्व समाज का आक्रोश फूट पड़ा। बड़ी संख्या में लोग सुमेरपुर पुलिस थाने के बाहर जुटे और धरना प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि एक हफ्ते के भीतर सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, नहीं तो वे और भी बड़ा प्रदर्शन करेंगे और शहर बंद का आह्वान करेंगे।
पुलिस कार्रवाई: तीन गिरफ्तार, दो रिमांड पर भेजे गए
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से दो आरोपियों को रिमांड पर भेज दिया गया, जबकि एक आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। गिरफ्तार आरोपियों में शिवगंज के बड़गांव रोड स्थित वर्धमान कॉलोनी निवासी अयान हुसैन और सुमेरपुर के सैफिल खान उर्फ बाबू शामिल हैं। दोनों आरोपियों को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। तीसरे आरोपी, नौमान पठान को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
सर्व समाज ने दिया ज्ञापन, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
सर्व हिंदू समाज के प्रतिनिधियों ने सीएम के नाम पुलिस उपाधीक्षक जितेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शहर में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों और नशे के अवैध कारोबार की ओर ध्यान दिलाया गया। आरोप लगाया गया कि अवैध शराब के ढाबों पर नशीली सामग्री बेची जा रही है, और स्पा की आड़ में देह व्यापार चल रहा है। साथ ही, आरोपियों द्वारा बलवंत सिंह के परिवार को फोन पर जान से मारने की धमकी देने और सोशल मीडिया पर धमकी वाले स्टेटस और रील्स डालने की बात भी कही गई।
सर्व समाज ने पुलिस पर की कार्रवाई की अपील
धरने के दौरान सर्व हिंदू समाज के नेताओं ने कहा कि इस घटना से समाज में भय का माहौल बना है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले को हल्की धाराओं में दर्ज किया और प्रभावी कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण समाज को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा। वक्ताओं ने कहा कि हिंदू समाज के खिलाफ हो रही घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है, और अगर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो भविष्य में और भी बड़े आंदोलन होंगे। उन्होंने पुलिस से सख्त धारा लगाकर नशीले पदार्थों और अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
सर्व समाज के नेता धरने में शामिल हुए
धरने में सर्व समाज के प्रमुख नेता, जैसे अनोपसिंह राठौड़, रमेश राखेचा, सुलतानसिंह परमार, शैतानसिंह बिरोलिया, दिनेश बिंदल, तेजसिंह रामनगर, दीपक भाटी, नाहरसिंह जाखोड़ा, मदनसिंह जीवदा, हेमलता खंडेलवाल, ललित भारती, खेताराम सुथार, रविकांत रावल, शेरसिंह मेवाड़ा, सतवंतसिंह परमार, पूनमसिंह परमार, और गणपतसिंह राजपुरोहित ने अपना समर्थन दिया और अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल बलवंत सिंह के लिए नहीं, बल्कि समूचे हिंदू समाज के लिए है, जो लगातार असुरक्षा की स्थिति का सामना कर रहा है।
आगे की योजना
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से उम्मीद जताई कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, और अगर प्रशासन ने समय पर कड़ी कार्रवाई नहीं की तो एक और बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सर्व समाज ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इस मामले में न्याय नहीं मिला, तो वे शहर बंद का आह्वान करेंगे और प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाएंगे।
पुलिस का आश्वासन
पुलिस उपाधीक्षक जितेंद्र सिंह ने सर्व समाज के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और नशे के अवैध कारोबार को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ जांच जारी है और दोषियों को सजा दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
समाज का एकजुट प्रयास
इस घटना के बाद सुमेरपुर में सामाजिक और राजनीतिक नेताओं के एकजुट प्रयासों ने यह साबित कर दिया कि वे अपने शहर में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों और अपराधों के खिलाफ संघर्ष करने के लिए तैयार हैं। यह आंदोलन एक संकेत है कि सुमेरपुर के लोग अपनी सुरक्षा और सम्मान के लिए खड़े हैं और किसी भी असामाजिक तत्व को शहर में फैलने का मौका नहीं देंगे।