सुमेरपुर । व्यापारियों और करदाताओं की सुविधा और कर प्रशासन में पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार द्वारा विकसित आईटीएमएस ई-टैक्स ऑफिसर मोड्यूल की जानकारी देने के लिए बुधवार को वाणिज्यिक कर विभाग वृत-सुमेरपुर के सभागार में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
परिचय और प्रशिक्षण
कार्यशाला में सहायक वाणिज्यिक कर अधिकारी गोविन्द राठौड़ द्वारा ई-टैक्स ऑफिसर मोड्यूल की कार्यप्रणाली, इसके उपयोग, लाभ और तकनीकी पक्षों पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित है और स्वतः कर निर्धारण (Self-Assessment) को संभव बनाती है।
वाणिज्यिक कर अधिकारी ने बताया उद्देश्य
वाणिज्यिक कर अधिकारी महिपाल सिंह देवड़ा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा,
“राज्य सरकार की मंशा करदाताओं के हित में कर प्रशासन को अधिक सुगम, सरल और पारदर्शी बनाना है। इसी दिशा में ई-टैक्स ऑफिसर मोड्यूल एक क्रांतिकारी कदम है, जो डिजिटल युग में कर प्रशासन को नई दिशा देगा।”
ई-टैक्स ऑफिसर मोड्यूल के मुख्य लाभ
एकीकृत सूचना प्लेटफॉर्म:
व्यापारियों ने जताया उत्साह
कार्यशाला में उपस्थित व्यापारियों ने इस नई प्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि कर प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वास भी बढ़ेगा।